TET Exam क्या होता है ? सरकारी स्कूलों में मास्टर या टीचर कैसे बने ? जाने पूरी जानकारी |

TET Exam Eligibility | मास्टर या टीचर कैसे बने ? TGT PGT क्या है ? TET/CTET क्या है ?

दोस्तों आज हम बात करेंगे TET Exam क्या होता है ? सरकारी स्कूलों में मास्टर या टीचर कैसे बने ? इस आर्टिकल में हम न केवल शिक्षक बनने बल्कि इसके सभी पात्रता की पूरी जानकारी विस्तार से देने वाले है |

TET Exam क्या होता है ? सरकारी स्कूलों में मास्टर या टीचर कैसे बने ? जाने पूरी जानकारी |

TET क्या होता है ?

TET (Teacher Eligibility Test) यह ऐसी परीक्षा है जिसे शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य किया गया है। यह परीक्षा केंद्रीय और राज्य स्तर पर आयोजित की जाती है। यह हमारे देश में TET परीक्षा दो स्तरों पर होती है

  • CTET (Central Teacher Eligibility Test): – यह परीक्षा केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों और केंद्र शासित प्रदेशों के विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए होती है |
  • STET (State Teacher Eligibility Test): – यह परीक्षा राज्य सरकारों द्वारा आयोजित की जाती है और राज्य के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए होती है

TET परीक्षा में दो पेपर होते हैं

  • पेपर 1: – कक्षा 1 से 5 तक के लिए ।
  • पेपर 2: – कक्षा 6 से 8 तक के लिए ।

किसी भी राज्य TET (UPTET, BTET, HPTET, MTET, RTET) में सफल होने के लिए न्यूनतम 60% अंक आवश्यक होते हैं। हालांकि, SC/ST/OBC/Divyang उम्मीदवारों के लिए कुछ छूट भी दी जाती हैं।

TET Exam क्या होता है & कैसे बने ?

TET EXAM शैक्षणिक योग्यता:-
  • न्यूनतम 50% अंकों के साथ 12वीं (Higher Secondary) पास होना चाहिए ।
  • डिप्लोमा इन स्पेशल एजुकेशन,स्नातक (Graduation) के साथ डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (D.El.Ed) या B.Ed. किया होना चाहिए ।
  • TET परीक्षा के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष है। अधिकतम आयु सीमा राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। सामान्यतः यह 35 से 40 वर्ष के बीच होती है। आरक्षित वर्गों (SC/ST/OBC) के लिए आयु सीमा में छूट दी जाती है तथा आप अपने राज्य के TET Eligibility फुल नोटिफिकेशन देखे ।
  • भारतीय नागरिक होना चाहिए।

Note- TET प्रमाणपत्र की वैधता की समय सीमा आमतौर पर 7 साल होती है। कुछ राज्यों में यह अधिक या कम भी हो सकती है। इस दौरान आयी हुई Vacancy में उम्मीदवार शिक्षक की नौकरी के लिए पात्र होता है।
TET परीक्षा पास करने के बाद, उम्मीदवार सरकारी या निजी विद्यालयों (Government & Private School) में शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

Primary & Junior Teacher के अलावा TGT और PGT दो प्रमुख शिक्षक पद हैं

दोनों पदों के बीच केवल अंतर उनकी Educational Qualification और Class के अनुसार होता है जिन्हें आप पढ़ाते हैं।

  • 1- TGT (Trained Graduate Teacher) जो कक्षा 10 तक के विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं। किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Graduation) की डिग्री प्राप्त करनी होती है।
  • इसके साथ ही, B.Ed (Bachelor of Education) की डिग्री होना अनिवार्य है।
  • TGT शिक्षक कक्षा 10 तक के विद्यार्थियों को विषय (जैसे गणित, विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी, आदि) में पढ़ाते हैं।
  • कुछ राज्यों में TGT के लिए आयु 21 से 35 वर्ष होती है। हालांकि, आयु सीमा राज्य या संस्थान के अनुसार बदल सकती है और आरक्षित वर्ग (Obc,Sc & St) के लिए छूट भी मिलती है।
  • 2- PGT (Post Graduate Teacher) जो कक्षा 11 और 12 तक के विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं।
  • B.Ed. (Bachelor of Education) की डिग्री होना भी अनिवार्य है।
  • PGT शिक्षक कक्षा 11 और 12 तक के विद्यार्थियों को विषय (जैसे- भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, इतिहास, अर्थशास्त्र, आदि) पढ़ाते हैं ।
  • कुछ राज्यों में PGT के लिए 21 से 40 वर्ष होती है। हालांकि, यह भी राज्य या संस्थान के अनुसार बदल सकती है और आरक्षित वर्ग(Obc,Sc & St) के लिए छूट भी मिलती है।
TET Exam क्या होता है ? सरकारी स्कूलों में मास्टर या टीचर कैसे बने ? आपको सारी जानकारी समझ में आ गयी होगीं !

परीक्षा और नियुक्ति:


TGT: कुछ राज्यों में और केंद्र सरकार द्वारा TGT पदों के लिए परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जैसे DSSSB (दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड), KVS (केंद्रीय विद्यालय संगठन), और राज्य स्तरीय TGT परीक्षाएं।
PGT: PGT पदों के लिए भी कुछ राज्यों में और केंद्रीय स्तर पर परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जैसे PGT की भर्ती KVS (केंद्रीय विद्यालय संगठन), NVS (नवोदय विद्यालय समिति), और विभिन्न राज्य शिक्षा बोर्ड द्वारा की जाती है।

अवसर और प्रमोशन:


एक TGT शिक्षक बाद में PGT शिक्षक के रूप में पदोन्नत हो सकता है, बशर्ते आप अपने संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।

PGT शिक्षकों के लिए करियर में आगे बढ़ने के लिए उप-प्रधानाचार्य (Vice-Principal) और फिर प्रधानाचार्य (Principal) के पद तक पहुंचने के अवसर होते हैं।

प्रशिक्षण और नियुक्ति:
चयनित उम्मीदवारों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाता है। यह प्रशिक्षण आपके शिक्षक के रूप में भूमिका को समझने और उसे बेहतर तरीके से निभाने के लिए होता है। इसके बाद, आपको सरकारी शिक्षक के रूप में नियुक्ति दी जाती है।

आवेदन प्रक्रिया जाने


सरकारी शिक्षक बनने के लिए आपको राज्य या केंद्रीय स्तर पर निकली शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के लिए आवेदन करना होता है। आवेदन प्रक्रिया Generally ऑनलाइन तथा किसी -किसी राज्य में ऑफलाइन भी होती है , और इसके लिए आपको संबंधित परीक्षा की Vacancy Notification की पूरी जानकारी सही-सही भरनी होती है।

नियुक्ति पत्र प्राप्त कैसे करे ?


Training और सभी आवश्यक प्रक्रियाओं के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद, आपको सरकारी शिक्षक के पद पर नियुक्ति पत्र दिया जाता है। तब जाकर आप एक सरकारी शिक्षक बन सकते हैं ,और सरकारी विद्यालयों में पढ़ाने का कार्य कार्य करने लगते है।

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